दोपहर में क्यों नहीं सोना चाहिए? 

आचार्य चाणक्य के अनुसार दोपहर में नहीं सोना चाहिए क्योंकि दोपहर की नींद नुकसानदायक नींद होती है।

हम सभी जानते हैं कि इंसान को लगभग 7 से 8 घंटे की नींद लेना चाहिए लेकिन वह नींद रात की होना चाहिए ना कि दिन की ।

गुरु चाणक्य कहते हैं कि जो लोग दोपहर में या दिन में सोते हैं उनकी मृत्यु जल्दी हो जाती है। क्योंकि दिन में सोने से उनकी सांसे लंबी होती है

ऐसा माना जाता है कि जो लोग दिन में सोते हैं वह बहुत ज्यादा आलसी हो जाते हैं लाइफ में कुछ हासिल करने के लिए उनके दिल और दिमाग में कोई लक्ष्य नहीं रहता ।

डॉक्टर का भी मानना है कि दिन में या दोपहर में सोने से दिल की धड़कन तेज हो जाती है। और अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है ।

डॉक्टर का भी मानना है कि दिन में या दोपहर में सोने से दिल की धड़कन तेज हो जाती है। और अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है ।

आचार्य चाणक्य ने यह भी कहा है की रात में नींद लेने की वजह यदि आप दोपहर में नींद लेते हो तो आपके लिए कोई समस्या खड़ी हो सकती है।

इसलिए आपको रात को 11:00 के बाद 7 घंटे की नींद पूरी कर लेना चाहिए। ताकि मानसिक और शारीरिक हेल्थ बनी रहे