9 पेरेंटिंग नियम जिनका पालन हर भारतीय मां को करना चाहिए
आज के आधुनिक दौर में हर पेरेंट अपने बच्चों के भविष्य के लिए चिंता करते हैं और उनको सफल बनाने की योजना भी बनाते हैं। क्योंकि बच्चों का भविष्य का निर्माण उनके पैरेंट्स से ही शुरू होता है
इसीलिए भारत में पलकों की परंपरा और आधुनिकता का एक अनूठा संगम है। आज हम आपको बताने वाले हैं कि अपने बच्चों के लिए एक भारतीय मां को कौन से नियम अपनाना चाहिए ।
आखिर खुला व्यवहार और संचार क्यों महत्वपूर्ण है। क्योंकि आपके बच्चे के बीच विश्वास और समझ को बढ़ाता है
खुले व्यवहार और संचार को प्रोत्साहित करें
आज के आधुनिक जमाने में लोग अधिकतर समय सोशल मीडिया पर व्यक्त कर रहे हैं। और इस कारण नई पीढ़ी हमारी पुरानी संस्कृति को जान ही नहीं पा रहें है।
पुरानी संस्कृतियों से अवगत कराएं
स्वतंत्रता को बढ़ावा देने से बच्चों में आत्मविश्वास को समस्या समाधान करने का कौशल विकसित करने में मदद मिलती है उनकी उम्र के अनुसार उन पर जिम्मेदारियां सौंपे।
स्वतंत्रता को बढ़ावा दीजिए
बच्चों को भविष्य में सफलता के लिए शिक्षा एक महत्वपूर्ण साधन है शिक्षित इंसान अपने जीवन में कुछ हासिल कर सकता है लेकिन शिक्षा के लिए बच्चों को फोर्स करना गलत है।
शिक्षा के लिए प्रेरित करें ना की फोर्स
शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अपने बच्चों को पौष्टिक और संतुलित भोजन प्रदान करें। और भोजन की योजना बनाने और खाना पकाने में बच्चों को शामिल करें।
स्वस्थ खान पान की आदतों कोबढ़ावा दें
सम्मान और सहानुभूति सकारात्मक संबंध बनाने के लिए मौलिक हैं। बच्चों को सिखाएं की जीवन में सम्मान कितना महत्वपूर्ण है। इसलिए उनका सामुदायिक सेवा गतिविधियों में शामिल करें
सम्मान और सहानुभूति को बढ़ावा दें
अत्यधिक समय स्क्रीन पर बिताने से स्वास्थ्य मानसिक विकास नींद और सामाजिक कौशल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए सोशल मीडिया पर समय निश्चित और सीमित करें